"भारत में कैसा है क्रिप्‍टोकरेंसी का भविष्‍य? क्‍या होगी डिजिटल रुपये की भूमिका, आइये जानते है"

क्रिप्टो में भारतीय निवेशकों का भविष्य

भारतीय निवेशकों में से 10% का आंकलन करते हुए, वैश्विक 20 करोड़ लोगों के क्रिप्टो में निवेश का माना जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी का कानूनी दृष्टिकोण

भारत में क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन अब PMLA के अधीन है, और भारत सरकार ने क्रिप्टो पर TDS भी शुरू किया है।

क्रिप्टो टीडीएस और निवेशकों का प्रभाव

TDS का शुरू होना निवेशकों और क्रिप्टो एक्सचेंज के लिए एक नया दृष्टिकोण है।

क्रिप्टो निवेशकों की रक्षा और पारदर्शिता

क्रिप्टो के लिए नियम-कानून बनने से निवेशकों की रक्षा और पारदर्शिता में सुधार होने की उम्मीद है

सरकार का संदेश क्रिप्टो निवेशकों के लिए

भारत सरकार का कहना है कि क्रिप्टो में उचित तरीके से निवेश करें और लाभ की घोषणा करें।

क्रिप्टो - निवेश का गेम चेंजर

क्रिप्टो करेंसी में  निवेश एक गेम चेंजर है, जिससे निवेश परिदृश्य में क्रांतिकारी परिवर्तन हो सकता है।

डिजिटल रुपया और ई-रुपया की भूमिका

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ई-रुपया को वेब 3.0 परिवेश में कदम रखने का साधन माना जा रहा है।

CBDC Pilot Project 

CBDC  के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत दिसंबर 2022 में हो चुकी है, जिसमें लगभग 50,000 रिटेल प्रतिभागियों ने भाग लिया है

ई-रुपया लेन-देन की सुविधा

CBDC  यूज़र्स मोबाइल फोन पर प्रतिभागी बैंक के डिजिटल वॉलेट के माध्‍यम से ई-रुपये में लेनदेन कर सकते हैं.