Web 3.0 Internet का ऐसा भविष्य है जहा Internet एक तरह से Decentralized होगा मतलब की Internet इस्तेमाल करने वाले सभी यूज़र अपने डेटा को अपने मर्ज़ी के हिसाब से मैनेज कर सकते है।
Web 3.0 की वजह से आपको किसी Website या App में अपना Account बनाने के लिए या Login करने के लिए आपकी Persional जानकारी नहीं देनी पड़ेंगी यह हमें बहोत बड़ी सुरक्षा दे सकता है।
Web 3.0 की वजह से आपको किसी Website या App में अपना Account बनाने के लिए या Login करने के लिए आपकी Persional जानकारी नहीं देनी पड़ेंगी यह हमें बहोत बड़ी सुरक्षा दे सकता है।
Web 3.0 में बनाने वाले सभी प्रोजेक्ट (Cloud Gaming, App, Website) Blockchain पर बानी होगी जिसके वजह से इन Projects को दुनिया में कोई भी कही से भी देख सकता है या जॉइन कर सकता है।
आज Facebook, Twitter जैसी कंपनिया अपने Ruls बनती है और हमें इन Ruls के हिसाब से Social Platform इस्तेमाल करना पड़ता है, मगर Web 3.0 में हम खुद अपने हिसाब अपने Ruls बना सकेंगे।
आज Facebook, Twitter जैसी कंपनिया अपने Ruls बनती है और हमें इन Ruls के हिसाब से Social Platform इस्तेमाल करना पड़ता है, मगर Web 3.0 में हम खुद अपने हिसाब अपने Ruls बना सकेंगे।
Web 3.0 का सबसे बड़ा Example Metaverce है जहा हम भविष्य में Virtual Headset के ज़रिये एक नई दुनिया को अनुभव सकते है।
Web 3.0 में हमें ऐसे ऐसे Browser (Brave Browser) देखने मिलेंगे जहा जब हम किसी एड्स को देखंगे या फिर Monetize Video देखंगे तो उसके हमें पैसे भी दिए जायेंगे।
आज WhatsApp, Twitter, Instgram जैसी कंपनियों के Server कभी भी Down हो जाते है मगर WEB 3.0 में आने वाली सभी Server कभी Down या बंद होंगे।
Web 3.0 में Cryptocurrency का बहोत बड़ा योगदान होने वाला है क्युकी Web 3.0 में होने वाली Buy/Selling की ज्यादातर Transcation Cryptocurrency से होंगी।
Web 3.0 में हमें NFT में काफी बदलाव देखने मिलेंगे जहा आपको आपके Content या Physical Assets की Digital Ownership मिलेंगी जहा गड़बड़ या फ्रॉड होना ना के बराबर होने वाली है।
Google, Facebook, Amazon जैसी बड़ी कम्पनिया Web 3.0 में Decentralized Deta मैनेजमेंट की वजह से इनकी Power कम हो सकती है साथ ही इन कंपनियों को काफी नुकसान का सामना भी करना पड सकता है।