Last updated on September 23rd, 2024 at 10:21 am
पीपीएफ अकाउंट के बारे में जानकारी बताने से पहले मैं आपको बतादू की पीपीएफ यानि की Public Properties Fund यह भारत में सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा लम्बे समय के लिए निवेश की जाने वाली सरकारी योजना में से एक मानी जाती है।
आज भारत जैसे देश में बहोत से लोग बैंक एफडी करने में बहोत ज्यादा दिलचस्पी रखते है या फिर म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना अपना पहला विकल्प रखते है मगर इन गिने चुने निवेशक योजनाओं के अलावा हमें ऐसे बहोत से योजनाओ के बारे में जानकरी नहीं रहती है।
इसलिए पीपीएफ यानि की Public Provident Fund यह बैंक एफडी और म्यूच्यूअल फण्ड से काफी अच्छा विकल्प माना जाता है, जहा की हमें बेहतर सुरक्षा और बेहतर रेट ऑफ़ इंट्रेस्ट देने का भी दावा किया जाता है।
तो दोस्तों पीपीएफ (Public Provident Fund) आखिर क्यू है इतनी लोकप्रिय और इस योजना में क्या है इतना खास और क्या है इस पीपीएफ योजना में कौनसी अच्छी बाते और हमें इस स्किम में कौन कौन से नुकसान का सामना करना पड़ सकता है यह सारी जानकरी आज हम आपको इस लेख के माध्यम से देने वाले है।
Also, Read
- महिला के लिए बिजिनेस लोन के लिए सबसे अच्छी योजनाए?
- इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कमाने के सबसे आसान तरीके?
- क्रेडिट कार्ड से पैसे कैसे निकाले?
जन सुरक्षा निधि योजना
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड की जानकारी (PPF Account)
जन सुरक्षा निधि खता क्या है? | पीपीएफ अकाउंट क्या है?
पीपीएफ यानि की पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जहा इस योजना को उन खास लोगो के लिया बनाया गया है जोकि अपने निवेश पर उचित रिटर्न के साथ साथ सुरक्षित तरीकेसे निवेश करना चाहते है।
Public Provident Fund योजना को साल 1968 में वित्त मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी, आप इस योजना का लाभ बैंक, डाक घर, और अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम उठा सकते है।
Public Provident Fund पूर्ण रूप से सार्वजनिक भविष्य निधि निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय निवेश योजना है जो इसके कई निवेशक-अनुकूल सुविधाओं और संबंधित लाभों के सौजन्य है।
पीपीएफ अकाउंट के फायदे
टैक्स लाभ
- पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड इस योजना में निवेश करने से आपको कही प्रकार से टैक्स में छूट देखने मिलती है।
- निवेश राशि आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहेत 1.5 लाख रुपये पर आपको टैक्स में छूट भी मिल जाती है।
इंट्रेस्ट पर छूट
- पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड द्वारा कमाया गया इंट्रेस्ट पर भी निवेश राशि आयकर अधिनियम 10 (11) के अंतर्गत टैक्स फ्री माना जाता है।
गारंटीड रिटर्न
- Public Provident Fund में रिटर्न की एक निश्चित दर प्रदान करता है, जिसकी घोषणा सरकार हर तिमाही में करती है, इस योजना के तहत भारत सरकार द्वारा आपको 7.1 तक का Rate Of Interest देखने मिलता है।
लंबे समय के लिए निवेश
- दोस्तों पीपीएफ अकाउंट की परिपक्वता यानि की Maturity का न्यूनतम काल 15 साल का होता है जिसके वजह से इस योजना को एक उपयुक्त दीर्घकालिक निवेश विकल्प बनाता है।
- मगर परिपक्वता के बाद निवेश को 5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ाया भी जा सकता है।
निम्न जोखिम वाली निवेश योजना
- पीपीएफ अकाउंट एक सरकार समर्थित निवेश योजना है, जो इसे एक कम जोखिम वाला निवेश विकल्प बनाती है।
योजना में लचीलापन
- पीपीएफ (Public Provident Fund) यह योजना निवेशकों को एक न्यूनतम राशि निवेश करने की अनुमति देता है, जहा हम एक वित्तीय वर्ष में कम से कम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख रुपये निवेश कर सकते है।
नामांकन सुविधा
- इस योजना की खास बात ये की पीपीएफ (Public Provident Fund) निवेशकों को एक या एक से अधिक व्यक्तियों को उनकी मृत्यु की स्थिति में उनके खाते में शेष राशि प्राप्त करने की अनुमति देता है।
खाता हस्तांतरणीय
- पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड अकाउंट को आप एक डाकघर / बैंक से दूसरे डाकघर / बैंक में या एक शाखा से उसी बैंक की दूसरी शाखा या अन्य वित्तीय संस्थानों में स्थानांतरित कर सकते है।
खता खोलने के लिए आसान
- पीपीएफ खाता किसी भी डाकघर/ बैंक शाखा या किसी भी वित्तीय सस्थांनो में खोला जा सकता है जो पीपीएफ सेवाएं प्रदान करता है, और प्रक्रिया सरल और परेशानी मुक्त है होती है।
पीपीएफ अकाउंट की विशेषताएँ
कर बचत | १.५ लाख पर छूट (आयकर अधिनियम 80C) |
ब्याज दर | ७.१ % प्रति वर्ष |
न्यूनतम निवेश राशि | ₹५०० |
अधिकतम निवेश राशि | ₹१.५ लाख प्रति वर्ष |
जोखिम दर | जोखिम मुक्त लाभ |
पेमेंट माध्यम | ऑनलाइन, कैश, चेक डी.डी |
कार्यकाल | 15 साल |
पीपीएफ अकाउंट खुलवाने के पत्रता मापदंड कौन-कौन से है?
दोस्तों पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड यह योजना खास तौर पर भारत में रहने वाले सभी लोगो के लिए बनाई गई है और भारत में रहने वाले सभी नागरिक पीपीएफ अकाउंट खोलने के लिए पात्र हैं।
18 वर्ष से कम सभी नाबालिक भाई-बहनो को उनके नाम पर एक पीपीएफ अकाउंट (पब्लिक प्रॉविडेंट फण्ड अकाउंट) रखने की अनुमति है, बशर्ते यह उनके माता-पिता द्वारा संचालित होना चाहिए।
गैर-निवासी नागरिको को नया पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति नहीं दी गई है, बशर्ते अगर कोई भी पीपीएफ जारी अकाउंट का कार्यकाल पूर्ण हुए तक बंद नहीं होता साथ ही गैर निवासी नागरिको को योजना के परिपक्वता के बाद आगे के पांच साल बढ़ाया नहीं जाता।
पब्लिक प्रॉविडेंट फण्ड अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया
पीपएफ अकाउंट के लिए आवश्यक दस्तवेज?
- पीपीएफ अकाउंट खुलवाने का फॉर्म (यह फॉर्म किसी भी बैंक से प्राप्त किया जा सकता है जो PPF खाता खोलने के लिए अधिकृत है)
- KYC दस्तावेज़ किसी व्यक्ति की पहचान को सत्यापित करने के लिए (Aadhaar, Voter ID, Driver’s Licence)
- पैन कार्ड
- आवासीय पता प्रमाण (ग्राम पंचायत/नगर पालिका से ले)
- नामांकित घोषणा के लिए प्रपत्र
- पासपोर्ट के आकार की तस्वीर
पीपीएफ अकाउंट कैसे खोला जाता है?
अगर आपका स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया/ बैंक ऑफ़ बरोडा इत्यादि साथ ही डाग घर में खाता है तो आप बड़े ही आसानी से ऑनलाइन/ऑफलाइन तरीकेसे Public Provident Fund Account खोल सकते है।
हम आपको ऑनलाइन तरीकेसे पीपीएफ अकाउंट कैसा खोला जाता है यह बताने वाले है:
- अपने बैंक या डाग घर के पोर्टल पर जाकर Login करे।
- अब उस विकल्प पर क्लिक करें जहा पर ‘PPF खाता खोलें’ लिखा हो। ( यह सभी पात्र वित्तीय संस्थानों पर दिया हुआ रहता है)
- ‘Self Account’ और ‘Minor Account’ अपने मुताबिक अपना विकल्प चुने और Click करें।
- आवश्यक जानकारी जैसे कि नामांकित की जानकारी, बैंक खाता जानकारी आदि दर्ज करें।
- अपने स्थायी खाते की संख्या (PAN) आदि जैसे विवरणों को स्क्रीन पर दिखाया गया है, सही जानकारी है या नहीं पुष्टि कर ले।
- विवरणों की पुष्टि करने के बाद, वह राशि दर्ज करें जिसे आप अपने पीपीएफ खाते में जमा करना चाहते हैं। (न्यूनतम ₹500)
- अब आपको Standing Instruction सेट करने के लिए कहा जाएगा जिसमे बैंक एक निश्चित वक़्त में या फिर एक निश्चित रकम आपके बैंक से बैंक रकम काटने में सक्षम हो।
- अपने हिसाब से रकम और कार्यकाल चुनने के बाद आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक OTP (One Time Password ) प्राप्त होगा वह OTP मांग किये गए Box में डाल कर सत्यापित कर ले।
इस तरह से बड़े ही आसानी से आपका पीपीएफ अकाउंट खुल जाएगा।
(आपको भविष्य के संदर्भ के लिए स्क्रीन पर प्रदर्शित खाता संख्या को सहेजने की सलाह दी जाती है कुछ बैंक आपको संदर्भ संख्या के साथ दर्ज किए गए विवरणों की हार्ड कॉपी जमा करने और अपने KYC विवरण के साथ संबंधित बैंक को प्रस्तुत करने के लिए भी कह सकते हैं, तो आप बैंक जाकर अपने KYC विवरण प्रस्तुत कराये )
पब्लिक प्रॉविडेंट फण्ड खाता प्रबंध
पीपीएफ अकाउंट में कितने पैसे जमा कर सकते है?
पीपीएफ अकाउंट के बारे में जानकारी लेते वक़्त ये बात जान ले की पीपीएफ अकाउंट में पैसे जमा करने का गणित बढ़ा ही सरल और आसान रखा गया है, और पैसे जमा करने की विधि बताने से पहले आपको बता दू की पीपीएफ अकाउंट को सक्रिय रखने के लिए आपको प्रति वर्ष न्यूनतम रकम से ज्यादा रकम आपको जमा करनी अनिवार्य किया गया है।
यह रकम आप साल में कभी भी और न्यूनतम यानि ₹ 500 तक आपको जमा करना अनिवार्य है नहीं तो आपका पीपीएफ अकाउंट बैंक/डाक घर बंद करवा सकती है।
पीपीएफ अकाउंट से पैसे विड्रॉल करने की अवधि?
दोस्तों पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड में एक वर्ष में न्यूनतम योगदान राशि 500 रु और अधिकतम पीपीएफ सीमा 1.5 लाख रुपये की सीमा राखी गई है।
यानि की आप एक वर्ष में कम से कम ₹500 और ज्यादा से ज्यादा ₹1.5 लाख रुपये ही जमा कर सकते हो और एक वर्ष में आप 12 इंस्टॉलमेंट में पैसे जमा कर सकते हो।
उदारहण : अगर अपने वर्ष के शुरवात में ₹30,000 और हर महीने इतनी रकम भरते हो तो आपकी पांच महीने में ₹1.5 लाख सिमा पूरी होजाएंगी और आप ₹1.5 लाख से ज्यादा पैसे भर नहीं पाएंगे।
पीपीएफ अकाउंट का नामांकन और स्थानांतर?
Public Provident Fund योजना के तहद PPF खाता धारक खाता खोलने के समय या बाद में अपने खाते के लिए एक व्यक्ति को अपने खाते के लिए नामित (Nominee) रख सकता है।
कृपया ध्यान दें कि एक पीपीएफ खाता धारक एक से अधिक नामांकित व्यक्ति को नामांकित कर सकता है।
हालाँकि, यदि खाता नाबालिगों की ओर से खोला जाता है, तो किसी के पास नामांकित व्यक्ति नहीं हो सकता है।
कोई भी अपने निवेश के कार्यकाल के दौरान किसी भी समय नामांकित व्यक्ति को रद्द या बदल सकता है. इसके लिए आपको (PPF Form F) भरना होता है।
इसके अलावा, कोई एक ट्रस्ट को नामांकित व्यक्ति के रूप में नाम नहीं दे सकता है. खाता संचालित करने का अधिकार किसी नामांकित व्यक्ति के पास नहीं है. इसलिए, वे केवल ग्राहक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु पर निवेश आय के हकदार होते है।
PPF Account सिर्फ एक ही व्यक्ति के नाम पर खोला जा सकता है, संयुक्त नामों में पीपीएफ अकाउंट खोलने की अनुमति नहीं दी गई है।
पीपीएफ अकाउंट के ब्याज दर और टैक्स छूट
PPF अकाउंट में कितना ब्याज मिलता है?
भारत सरकार ने साल 1968 में ही सार्वजनिक भविष्य निधि (Public Provident Fund) इस योजना की शुरवात की थी और तभी से हमें इस योजना में मिलने वाली ब्याज दर में वृद्धि देखने मिल रही है।
पीपीएफ योजना में हमें बाकि योजनाओ से बेहतर ब्याज दर और और जोखिम रहित निवेश देखना मिलता है।
बात करे पीपीएफ अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज (Interest) की तो Public Provident Fund पर ब्याज दर भारत सरकार द्वारा निर्धारीत किया जाता है और यह ब्याज दर हर तिमाही में बदलता रहता है।
बात करे वर्तमान की यानि अप्रेल 2023 की तो भारत सरकार ने पीपीएफ खता धारको को अपने जमा रकम पर 7.1% प्रति वर्ष दे रही है जो सालाना चक्रवृद्धि है।
पीपीएफ योजना से इनकम टैक्स कैसे बचाया जा सकता है?
आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहद हर साल किये गए पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड खाता धारक निवेश रकम के कर कटौती के लिए पात्र रहता है।
टैक्स कटौती का दवा हर पीपीएफ खता धारक उसी सिमित रकम के लिए कर सकता है, पिछले कुछ वर्ष में PPF जमा के लिए कटौती की महत्तम सीमा ₹1,00,000 रुपये थी जिसे वित्तीय वर्ष 2019-2020 में ₹1,50.000 रुपये कर दिया गया है।
इसका मतलब ये की पीपीएफ खाते में हम सालाना महत्तम ₹1.5 लाख रुपये जमा कर सकते है और उसी अधिकतम रकम पर यानि की ₹1.5 लाख हमें टैक्स कटौती देखने मिलती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड अकाउंट में हमें जमा रकम पर होने वाली टैक्स की छूट के साथ साथ पीपीएफ जमा रकम पर मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स छूट दी गई है।
इस तरह हम बड़े ही आसानी से पीपीएफ आकउंट में इस योजना के ज़रिये टैक्स बचत कर सकते है।
तुलना: पीपीएफ अकाउंट योजना और अन्य कर बचत योजनाए, साधन
- PPF: Public Provident Fund
- MF: Mutual Fund
- NPS: National Pension System
- EPF: Employees’ Provident Funds Scheme
Features | PPF | MF | NPS | EPF |
नियंत्रण | भारत सरकार | प्रोफेशनल/फण्ड मैनेजर | भारत सरकार | भारत सरकार |
पात्र व्यक्ति | भारतीय नागरिक | भारतीय नागरिक | भारतीय नागरिक | कर्मचारी |
ब्याज दर | 7.1% | योजना और मार्केट पर निर्भर | 12%-14% (मार्केट) | 8.1% |
टैक्स छूट | टैक्स छूट कर अधिनियम 80C | ELSS योजनाओं के निवेशक (कर अधिनियम 80C) | टैक्स छूट कर अधिनियम 80C | पांच साल पुरे होने पर |
न्यनतम जमा | ₹500 | ₹100 | ₹500 | 12% (वेतन) |
अधिकतम जमा | ₹1,50,000 | अमर्यादित | अमर्यादित | बढ़ाया जा सकता है |
लोन | हा | N/A | नहीं | सिर्फ विशेष परिस्थिति में |
कार्यकाल | 1+15 वर्ष | कोई मर्यादा नहीं | 70+ वर्ष आयु तक | सेवानिवृत्ति |
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड लोन (PPF) और पार्शियल विड्रॉल
पीपीएफ योजना के तहत लोन कैसे ले?
Public Provident Fund यह भारत सरकार द्वारा निर्धारित योजना है जिसके द्वारा इस योजना के निवेशकों को बहोत से फायदे देखने मिलते है जैसे की टैक्स में छूट, निर्धारित इंट्रेस्ट रेट और साथ ही योजना के ज़रिये आप लोन भी ले सकते है।
- Public Provident Fund का कार्यकाल (Maturity Period) भले ही 15 साल का होता है मगर आप इस योजना के तहत तीसरे और पांचवे साल के बिच लोन के लिए मांग कर सकते हो।
- ध्यान दे की आपके लोन की रकम निवेश किये गए कुल रकम के 25% होती है।
- अगर अपने पहला लोन सही से चुकाया होतो छटे वर्ष में आप दुबारा लोन के लिए पात्र रहते हो।
पार्शियल पीपीएफ विड्रॉल कैसे करे?
पब्लिक प्रॉविडेंट फण्ड के खता धारक/निवेशक जो पीपीएफ योजना के कार्यकाल के माध्य में पैसे निकलना चाहते है/ पार्शियल विड्रॉल करना चाहते है उन सभी खता धारको को प्रारंभिक समय से 5 साल तक इंतजार करना होगा।
- पीपीएफ का कोई सदस्य जिसका योजना कार्यकाल पांच वर्ष से ज्यादा हुआ हो वही सदस्य अपने कहते से पार्शियल विड्रॉल करने के लिए पत्र है।
- ध्यान दे की योजना के सदस्य/निवेशक PPF खाते के उपलब्ध शेष राशि का केवल 50% तक प्राप्त करने के लिए अनिवार्य है।
- इसके अतिरिक्त कोई पीपीएफ खता धारक जो की पार्शियल विड्रॉल करना चाहता है वो सिर्फ वित्तीय वर्ष में केवल एक बार की पार्शियल विड्रॉल कर सकता है।
पीपीएफ खाते से पार्शियल विड्रॉल करने के लिए निचे दिए चरणों को फॉलो करे:-
Step 1: जिस बैंक/डाक घर में आपका पीपीएफ अकाउंट हो वह सम्पर्क करे या उनके ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करे।
Step 2: पीपीएफ प्रोटाल पर जाने के बाद आपको PPF Form C (पार्शियल विड्रॉल) भरना होगा।
Step 3: सुनिश्चित करें कि सभी विवरण सही तरीके से दर्ज किए गए हैं।
Step 4: अपनी पासबुक के साथ इस एप्लिकेशन फॉर्म को जमा अपने बैंक शाखा/ डाक घर में जमा करें।
PPF Form C आपके पार्शियल विड्रॉल प्रक्रिया का समापन करने लिए होता है जैसे ही अपने बैंक/ डाक घर आपके फॉर्म को Accept करते है, वैसे ही आपकी पार्शियल विड्रॉल आवेदन स्वीकृत कर दी जाएँगी।
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड अकाउंट आपको क्यों खुलवाना चाहिए?
-
- जन सुरक्षा निधि योजना (Public Provident Fund) खाता खोलने का मेरा मुख्य कारन ये की इस योजना के दौरान आपके भविष्य की बचत होंगी साथ ही साथ न्यूनतम निवेश राशि, सरकार निर्धारित ब्याज दर और टैक्स में बचत ऐसे कहि सारे फायदों की वजह से हमें पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहिए।
- 15 साल की लॉक-इन अवधि होने की वजह से यह योजना उन लोगो के लिए बहोत लाभकारी है जो अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए बचत करने के लिए केंद्रित करता है।
- पीपीएफ अकाउंट योजना का एक और लाभ यह है कि यह कर बचत/लाभ प्रदान करता है। पीपीएफ खाते में किए गए निवेश में आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत कटौती के लिए पात्र होते है साथ ही (1.5 लाख रुपये तक) इसी के साथ निवेश किये राशि पर मिलने वाले ब्याज पर भी कोई इंट्रेस्ट नहीं लगता।
- पीपीएफ योजना को कम जोखिम वाला निवेश विकल्प माना जाता है क्योंकि यह भारत सरकार द्वारा समर्थित है।
- पीपीएफ पर ब्याज दर की समीक्षा और घोषणा भारत सरकार द्वारा हर तिमाही में की जाती है, और यह आमतौर पर बैंकों द्वारा निर्धारित जमा पर दी जाने वाली ब्याज दरों से अधिक होती है।
Also, Read
- कौनसी क्रिप्टो करेंसी खरदनी चाहिए साल 2023 में?
- बिटकॉइन के १० सबसे बड़े नुकसान?
- भारत की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है?
आज आपने क्या सीखा?
तो दोस्तों पीपीएफ अकाउंट के बारे में जानकारी यानि की पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड से संबधित सभी तरह की जानकारी हमने आपके साथ सांझा करने की कोशिश की है, आगर हमसे इस लेख से संबधित कोई जानकारी छूट गई हो या आपका कोई सुझाव हो तो कमेंट करके या हमें मेल करके आप हमारे साथ सांझा कर सकते हो।
अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो या आपको कोई मदत मिली हो तो कमेंट करके ज़रूर बताना और अपने दोस्तों और परिवार में आप हमारा यह लेख शेयर कर सकते है, हम ऐसे ही वित्तीय और टेक्नीकल बातो पर चर्चा करते रहते है धन्यवाद्, जय हिन्द।
FAQ: पीपीएफ अकाउंट के बारे में जानकारी
Ans: वित्तीय वर्ष 2022- 2023 के लिए भारत सरकार द्वारा आपको 7.1 तक का Rate Of Interest देखने मिलता है।
Ans: 15 साल, इससे कम समय में आप पीपीएफ अकाउंट से सामान्य स्थिति में पैसे नहीं निकाल सकते।
Ans: पीपीएफ योजना धारक पर्शिअल विड्रॉल के तहत अपने कुल राशि के 50% पैसे निकाल सकते है
Ans: भारत का कोई भी नागरिक बालिक/नाबालिक पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकता है।