बैंक से लोन न चुकाने पर क्या जेल हो सकती है? | Punishment For Non-Payment of Loan

Last updated on May 24th, 2024 at 07:45 pm

बैंक से लोन लेना हम जैसे माध्यम वर्गीय लोगो के लिए काफी आम बात होजाती है। मगर हम कही बार किसी कारन वर्ष बैंक लोन के पैसे हरे महीने दे नहीं पाते और कही बार हम सालो साल  हमने लिया हुआ बैंक का पैसा लौटाते नहीं ऐसे में एक दिन बैंक से नोटिस आती है और हमें कोर्ट-कचेरी के चक्कर काटना पड़ता है। 

 

दोस्तों यदि आपने भी कभी बैंक से लोन लिया है तथा अभी आप लोन चुकाने की स्थिति में नहीं है तथा आप किसी समस्या के कारण लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो बैंक के द्वारा आप पर तरह तरह जा एक्शन लिया जा सकता है जैसी की कोर्ट की नोटिस, हमारी प्रॉपर्टी नीलामी  या फिर जेल?

 

वैसे तो आमतौर पर हर व्यक्ति किसी ना किसी कार्य के लिए बैंक से जरूरत के समय में लोन ले लेता है और उसकी EMI भी समय पर भरता है। परन्तु कई बार ऐसा होता है कि किसी कारण से वह  लोन की EMI नहीं भर सकता तो उसे घबराने की आवश्यकता नहीं है।

 

इस आर्टिकल में हम आपको बैंक के लोन ना चुका पाने पर बैंक के द्वारा की जा रही कार्रवाई से किस तरह से आप बच सकते हैं तथा ऐसे समय में आपको क्या करना चाहिए इसके बारे में भी आपको बताएंगे। क्या बैंक के लोन न चुकाने पर कोई सजा दी जाती है या फिर आप की प्रॉपर्टी को शीश किया जा सकता है इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

 

 

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Bank Loan न चुकाने पर क्या जेल हो सकती है या नहीं?

 

दोस्तों किसी भी तरह का लोन लेना चाहे वह Persional Loan हो, Business Loan हो, Secure Loan हो या फिर Unsecure Loan हो। सबसे पहले आपको यह समझना पड़ेगा कि आप के लोन समय से ना चुका पाने की की वजह वैलिड है या नहीं।

 

क्या आप सचमुच में ऐसी स्थिति में है जब आपके पास किसी भी तरह की धनराशि नहीं है और आप कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं। जैसे कि आप किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी की समस्या जैसे एक्सीडेंट या कोई बड़ी बीमारी जिसमें आप बहुत सारा पैसा लगा चुके हैं। तो आपको ऐसी स्थिति में बैंक द्वारा अतिरिक्त समय दिया जा सकता है तथा आप पर मौजूदा समय में किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही नहीं की जाएगी।

 

यदि बैंक के लोन न चुका पाने की वजह सही नहीं है और आप जानबूझकर बैंक से लोन लेने के बाद पैसे देने में देरी कर रहे हैं तथा आपके पास पैसे होने के बावजूद आप पैसे नहीं चुका रहे हैं तो ऐसी स्थिति में बैंक के द्वारा आप पर कार्यवाही की जा सकती है हालांकि इसमें बहुत बड़ी कार्रवाई होने की संभावना काफी कम होती है ज्यादातर ऐसी समस्याओं का छोटे स्तर पर समाधान हो जाता है।

 

 

बैंक लोन नहीं चुकाने की सजा क्या है?

 

किसी भी बैंक से लोन लेने के पश्चात बैंक का लोन चुकाने में यदि आपको देरी हो रही है या फिर आप EMI नहीं चुका पा रहे हैं तो ऐसी स्थिति में क्या आपको सजा हो सकती है। दोस्तों आपको बता दें कि बैंक से लोन लेना किसी भी तरह के क्राइम अंतर्गत नहीं आता है। 

 

बैंक का लोन ना चुका पाना या फिर लोन चुकाने में देरी होना भी किसी भी तरह के क्राइम के अंतर्गत नहीं आता है। इसलिए इसमें आपको किसी भी तरह की सजा होने का कोई भी प्रावधान नहीं है।

 

  •  बैंक के द्वारा पैसों की रिकवरी के लिए आप पर दबाव डाला जा सकता है तथा लोन के लिये ज़मानत के तौर पर दी गई वस्तु को सीज/नीलाम किया जा सकता है और बैंक उसे अपने कब्जे में ले सकती है।
  • यदि आपने बैंक से लोन लेते समय कोई कीमती चीज बैंक को के पास रखी है तो बैंक उसकी नीलामी कर बैंक सकती है परंतु उससे पहले  बैंक आपको अलग अलग स्तर पर नोटिस भेजती है।
  • यदि आपने बैंक से लोन लेते समय बैंक के पास किसी भी तरह की कीमती वस्तु को नहीं रखा है तो बैंक आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकती है।

 

परंतु आपके खिलाफ कोई केस दर्ज किया जाए ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है क्योंकि मामला कोर्ट में पहुंच जाने के बाद बहुत ज्यादा समय लगता है इसलिए बैंक इस तरह के ज्यादातर मामले सेटलमेंट के द्वारा सुलझाने की कोशिश करता है।

 

 

किन हालात में आपको हो सकती है सजा?

 

अब हम बात कर लेते हैं कि बैंक से लोन लेने के बाद किन हालात में आपको सजा हो सकती है और जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। यदि आपने बैंक से लोन लेने के पश्चात काफी समय तक कोई क़िस्त नहीं भरी तथा उसके बाद बैंक में चेक के माध्यम से किस्त का पैसा दिया है और यदि आपका वह चेक बैंक के द्वारा बाउंस हो जाता है जिसके बाद बैंक की तरफ से आपको एक नोटिस दी जाएंगी। 

 

यदि आप उस पर ध्यान नहीं देते हैं तो बैंक इसके लिए कोर्ट के माध्यम से आप पर केस कर सकता है जिसके बाद कोर्ट से आपको नोटिस दी जाएंगी यदि आप कोर्ट के नोटिस को हल्के में लेने का प्रयास करते हैं और उन पर ध्यान नहीं देते हैं फिर कोर्ट के द्वारा 2- 3 नोटिस भेजने के बाद भी यदि आप नोटिस पर ध्यान नहीं देते हैं तो कोर्ट आप के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर देगा जिसके लिए आपको पुलिस पकड़ कर जेल में बंद कर सकती है।

 

आपको कोर्ट की बात ना सुनने के जुर्म में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी भेजा जा सकता है। जिसके बाद बैंक में चेक बाउंस होने तथा कोर्ट की अवहेलना करने के जुर्म में आपको 2 साल तक की सजा हो सकती है इसके आलावा यदि आपने ₹5 लाख का लोन लिया है तो आप पर ₹10 लाख तक का जुर्माना भी हो सकता है।

 

क्योंकि चेक Cheque Bounce  तथा Court की बात को ना मानना एक कानूनी जुर्म के अंतर्गत आता है और इसके अंतर्गत आपको सजा भुगतनी पड़ सकती है।

 

इसलिए यदि न्यायालय की तरफ से आपको कोई नोटिस दी जा रहा है तो उसके सम्बंध में जल्दी से जल्दी अपने वकील से सलाह करके कोर्ट में पेश हो जाएं और इसमें आप पहले से ही अपनी अग्रिम जमानत करवा सकते हैं।

 

 

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बैंक और फाइनेंस कंपनी के अधिकार

 

बैंक और फाइनेंस कंपनी के कुछ अधिकार निम्नलिखित दिए गए हैं:-

 

  • दोस्तों यदि आपने सिक्योर्ड लोन लिया हुआ है जिसके बदले में अपनी कोई कीमती वस्तु बैंक में गिरवी रखी है उस हालत में यदि आप बैंक की किस्तें नहीं चुकाते हैं तो बैंक आपके सामान को जप्त कर सकता है।
  • लोन लेते समय गिरवी रखी गई वस्तु को बैंक के द्वारा नीलामी के रूप में बेचा जा सकता है हालांकि बैंक इसके लिए भी आपको 30 दिन पहले नोटिस भेजती है। 
  • बैंक से लोन लेने के बाद यदि आप सही समय पर लोन की EMI को नहीं भरते हैं तो बैंक आप पर पुलिस केस कर सकता है तथा कोर्ट के माध्यम से आप पर कार्यवाही की जा सकती है।
  • बैंक के पास एक और अधिकार होता है जिसमें यदि आप बैंक से लिए गए लोन को समय से नहीं चुकाते हैं तो वह है आपको ब्लैक लिस्ट कर सकता है। जिसके बाद आपका Cibil Score भी बहुत ही कम हो जाएगा तथा जिसके बाद किसी भी बैंक से आपको लोन नहीं मिलेगा।

 

 

लोन का सेटलमेंट क्या होता है?

 

मान लीजिए कि आपने किसी भी Bank या पतसंस्थाया या फिर Finance Company किसी भी प्रकार का कोई लोन ले रखा है, तथा किसी कारण से आप उस लोन को चुकाने में असमर्थ हैं और पूरा लोन आप किसी भी हालत में नहीं चुका सकते हैं। इन हालात में बैंक आपके पैसे को NPA (Non-Performing Assets) घोषित कर देता है तथा आपको उस लोन में छूट देने के बाद माहवारी के तौर पर एक निश्चित धन राशि का भुगतान आप से करवाया जाता है। 

 

जो की लोन की अपेक्षा में कम होता है अथवा उतना किसी ब्याज दर के सिर्फ लोन में दी गई धनराशि ही चुकाने का प्रस्ताव होता है यदि सही समय पर आप इस धनराशि को चुका देते हैं तो आप पर बैंक द्वारा अन्य कोई भी कार्यवाही नहीं की जाएगी और आपको इसमें पूरी धनराशि चुकानी नहीं पड़ेगी। यह प्रोसेस को बैंक के द्वारा की गई सेटलमेंट कहलाती है।

 

हालांकि सेटलमेंट होने के बाद आपके क्रेडिट स्कोर में काफी कमी आ जाती है जिसके बाद काफी समय तक किसी भी बैंक से आपको लोन मिलना बहुत ही मुश्किल हो जाता है जब तक कि आपका सिबिल स्कोर बढ़ा न ले।

 

 

लोन को समय पर ना चुकाने पर कस्टमर्स के अधिकार

 

बैंक से लिए गए लोन को समय पर अदा न करने के कारण कस्टमर को काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिस के संबंध में कस्टमर्स के हित को देखते हुए कुछ अधिकार दिए गए हैं जो कि मुसीबत के समय में कस्टमर्स को राहत पहुंचाने का कार्य करते हैं:-

 

  • यदि आपने बैंक से सिक्योर्ड लोन लिया है जिसमें आपने कोई कीमती वस्तु जमानत के तौर पर बैंक में रखी है इस स्थिति में यदि आप बैंक का लोन नहीं चुका पाते हैं तो बैंक उसकी नीलामी कर सकता है परंतु वह 30 दिन पहले बैंक या फाइनान्स कंपनी आपको इसके संबंध में एक नोटिस जारी करेगी  और यदि आप उस लोन को चुका देते हैं तो आप अपनी वस्तु को वापस पा सकते हैं।

 

  • नीलामी के समय यदि जमानत पर रखी हुई वस्तु की कीमत लोन ली गई राशि से अधिक हो जाती है तो लोन की राशि चुकाने के बाद जो शेष धनराशि बचती है बैंक के द्वारा वह राशि आपको वापस कर दी जाएगी।

 

  • लोन न चुका पाने की स्थिति में बैंक का कोई भी एजेंट यदि आपके घर पर आकर आपको धमकी देता है तथा आपके लोन लेने की बात किसी अन्य व्यक्ति से साझा करता है तो इसके संबंध में आप उस एजेंट की शिकायत भी कर सकते हैं क्योंकि बैंक के लिए इस तरह का कार्य करने का कोई कानून नहीं है।

 

 

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FAQ : लोन न चुकाने पर जेल हो सकती है?

 

Q. NPA क्या होता है?

यदि हम NPA की बात करे तो ऐसा लोन जो लेनदाता के द्वारा चुकाया नहीं जाता है उसे बैंक NPA घोषित कर देता है।

 

Q. क्या CIBIL Score खराब होने पर लोन मिल सकता है?

यदि आपका सिविल स्कोर 700 से कम है तो आपको लोन लेने में काफी परेशानी हो सकती है यदि यह 750+ है तो आपको लोन आसानी से मिल जाएगा।

 

Q. खराब CIBIL कैसे ठीक करें?

खराब CIBIL ठीक करने के लिए समय से ऋण भुगतान करें, क्रेडिट कार्ड का बिल समय से भरे, एक समय मे ज्यादा लोन लेने से बचे इनके अलावा बैंक एकाउंट में अच्छा बैलेंस मेंटेन करें।

 

Q. CIBIL Score कितने दिन में ठीक होता है?

CIBIL Score अपडेट होने में लगभग 45 दिन में अपडेट होता है और आपका सिबिल स्कोर ठीक होने में 45 दिन से लेकर 3 महीने तक का समय लग सकता है।

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