Last updated on May 24th, 2024 at 07:48 pm
दोस्तों क्या आप भी बिजली की समस्या से परेशान है और बिजली के लिए अपने घर मे एक परमानेंट सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं इस आर्टिकल में हम सोलर सिस्टम के बारे में बताने वाले हैं जो सोलर सिस्टम घर के लिए सोलर एनर्जी के ज़रिये पर्याप्त मात्रा में बिजली बनाएगा और आपकी घर की सभी आपूर्तियों के लिए पर्याप्त होगा।
यदि आप गांव में रहते हैं या फिर किसी ऐसे इलाके में रहते हैं जहां पर बिजली बहुत कम आती है या फिर नहीं आती है जिस कारण से आपको बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो इन सब परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए आप अपने घर पर सोलर सिस्टम लगा सकते हैं।
जिससे आपको बिजली के आने-जाने से संबंधित किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप अपने सभी कार्यो के लिए इस सोलर सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं। आज के समय में घर या ऑफिस में बिजली का होना बहुत आवश्यक है क्योंकि आधे से अधिक कार्य बिजली के द्वारा किए जाते हैं इस लिये हम आपको सबसे अच्छा सोलर पैनल के बारे में बताने जा रहे हैं।
ये भी पढ़े:
- मोबाइल फ़ोन से बिजली का बिल कैसे देखें?
- मोबाइल का बैटरी बैकअप कैसे बढ़ाये?
- सेफ्टी लैंप का अविष्कार किसने किया?
साल 2022 की भारत की बेस्ट सोलर सिस्टम पैनल्स कंपनी
भारत मे इस समय कई सारी कंपनिया है जो कि सोलर पैनल बनाती है और सभी कंपनियों की मार्केट में एक अलग पहचान है, इन्हीं में से हम आपको भारत की बेस्ट सोलर कंपनियां और उनके सोलर पैनल के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि निम्नलिखित दी गई है।
- Tata Power Solar: Tata Power यह भारत की सबसे पुराणी और विश्वसनीय कंपनियों में से एक है इसलिए हमने इसे पहले पायदान पर रखा है
- Adani Solar: Adani Solar भारत की पहली कंपनी है, जो की एकीकृत व्यवसायों के साथ है, जो परियोजना विकास में Photovoltaics विनिर्माण के स्पेक्ट्रम पर सेवाएं प्रदान करती है.
- Vikram Solar: विक्रम सोलर पैनल की खास बात यह है की कंपनी के सभी सोलर प्रोडक्ट में उच्च गुणवत्ता, विश्वसनीयता और प्रदर्शन के अंतरराष्ट्रीय मानकों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- Luminous: Luminous भारत की सबसे भरोसेमंद और सबसे ज्यादा प्रोडक्ट जैसे की सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी इस्तेमाल की जाने वाली कंपनी मानी जाती है।
- Microtek: Microtek यह खास तौर पर वाणिज्यिक उपयोगकर्ताओं के लिए सौर उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। कंपनी के सभी सोलर प्रोडक्ट खास प्रमाणन मानकों के अनुसार जांच कराते है।
- Patanjali solar: Patanjali Renewable वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा और विश्वसनीय, निजी स्वामित्व अक्षय ऊर्जा सेवा प्रदाताओं में से एक है।
- Waaree Energies Ltd: Waaree Energies सौर पैनल विनिर्माण,EPC सेवा, परियोजना विकास, छत समाधान, सौर जल पंप और एक स्वतंत्र बिजली निर्माता में भारत के टॉप उत्पादकों में से एक मानी जाती है. राष्ट्रीय स्तर पर 380 से अधिक स्थानों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 देशों में कंपनी अपने प्रोडक्ट और सेवा प्रदान कराती है।
- SWELECT Energy Systems Limited: WELECT Energy Systems Limited यह 37 वर्ष से भारतीय बाजार में मज़बूत उपस्थिति के साथ सबसे अग्रणी सोलर पॉवर सिस्टम में से एक मानी जाती है।
घर के लिए आने वाली सोलर सिस्टम पैनल
यदि आप अपने घर में सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो उसके लिए आपने एक बजट भी निर्धारित किया होगा जिसके अंतर्गत आपको सोलर सिस्टम लगवाना है।
अभी हम घरों के लिए आने वाली सोलर सिस्टम की कीमत की बात करें तो कंपनी और क्वालिटी के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है जो कि आप निम्नलिखित चार्ट में देख सकते हैं।
ऑफ-ग्रिड सोलर (किलोवाट) |
प्राइस प्रति वाट |
सेल्लिंग प्राइस |
1kW सोलर सिस्टम प्राइज | रु. 71.442 | रु. 71,442 |
2kW सोलर सिस्टम प्राइज | रु. 85.38 | रु. 1,70,774 |
3kW सोलर सिस्टम प्राइज | रु. 70.44 | रु. 2,11,313 |
5kW सोलर सिस्टम प्राइज | रु. 71.81 | रु. 3,59,011 |
घरेलू और कमर्शियल सोलर सिस्टम में क्या अंतर है?
घरेलु सोलर सिस्टम :
दोस्तों आपको बता दें कि घरेलू सोलर सिस्टम और कमर्शियल सोलर सिस्टम में कुछ अधिक अंतर नहीं पाया जाता है इसमें कुछ थोड़े से अंतर होते हैं जैसे कि घरेलू सोलर सिस्टम में अधिकतर ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का उपयोग किया जाता है।
क्योंकि यह आवश्यकता आने पर उपयोग में आ जाता है और लंबे समय तक बैकअप देता है। घरेलू सोलर सिस्टम कम रेंज की सोलर सिस्टम में उपलब्ध होते है जो कि लगभग 1 किलो वाट से 10 किलो वाट के बीच में होते हैं।
कमर्शियल सोलर सिस्टम :
कमर्शियल कार्यों के लिए जो सोलर सिस्टम उपयोग किए जाते हैं उनमें से अधिकतर ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम या फिर हाइब्रिड सोलर सिस्टम होते हैं और यह काफी बड़ी मात्रा में बिजली का उपयोग करते हैं इनकी रेंज लगभग 10 किलो वाट से 100 किलो वाट या उससे भी अधिक होती है।
Commercial उपयोग में सोलर सिस्टम बहुत उपयोगी होते हैं क्योंकि यह ना कि सिर्फ आपके बिजली के बिल को बचाते हैं बल्कि ग्रिड लाइन से जुड़ता है और बिजली का निर्यात कर के आप के बिल को और भी कम करते हैं।
सोलर सिस्टम के प्रकार
सोलर सिस्टम तीन प्रकार से विकसित किये गये हैं जो कि आपकी जरूरत के हिसाब से से तीन अलग अलग तरीकों से बिजली बनाते हैं और अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं सोलर सिस्टम के 3 तरीके निम्नलिखित दिए गए हैं-
- ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम – बचत + ग्रिड निर्यात
- ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम – बचत + बैकअप
- हाइब्रिड सोलर सिस्टम – ऑन-ग्रिड + ऑफ-ग्रिड
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम एक ऐसा सिस्टम होता है जिसमें आपके घर के सोलर सिस्टम को आपके घर पर आने वाली सरकारी बिजली के ग्रिड मैं जोड़ दिया जाता है।
जिससे आप इन दोनों सिस्टम में से किसी एक में से अपने उपयोग के लिए बिजली खर्च कर सकते हैं। इसका उपयोग सामान्यतः उस अवस्था में किया जाता है जब आपके घर पर बिजली बहुत अच्छी आती है और उसका बिल बहुत अधिक मात्रा में आता हो।
अगर आप अपने घर में बहोत ज्यादा बिजली का इस्तेमाल करते है हैं तो आप ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगा सकते हैं क्योंकि इसके कनेक्शन में यह जितनी बिजली बनाता है यदि आप उसका उतना इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो यह बची हुई जितनी भी बिजली होगी उसको आपके ग्रिड सिस्टम के द्वारा मेन लाइट में भेजेगा और उतना ही आपका बिजली बिल कम हो जायेगा जिससे आपका बिजली का बिल कम आता है।
इस सोलर सिस्टम में सिर्फ 2 पार्ट की आवश्यकता होती है जिसमें से आपके पास सोलर पैनल और सोलर इन्वर्टर होना चाहिए इसमें बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह किसी भी तरह की बिजली को स्टोर करके नहीं रखता है। यह सबसे अच्छा घर के लिए सोलर सिस्टम साबित हो सकता है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम
इस सिस्टम को विशेष रुप से आवासीय लोगों के लिए ही डिजाइन किया गया है एक ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम पूरी तरह से एक पावर बैंक के रूप में काम करता है, इस सिस्टम में आपको किसी भी तरह की लाइट के कनेक्शन की कोई आवश्यकता नहीं होती है यह पूरी तरह से सोलर और बैटरी के माध्यम से आपकी बिजली की आपूर्ति को पूरा करता है।
इस टाइप के सोलर सिस्टम बैटरी आधारित सिस्टम होते हैं जो की बिजली को स्टोर करके रखती हैं और इस स्टोर की गई बिजली को आप रात में या फिर बारिश के समय में उपयोग कर सकते हैं जब आपका सोलर सिस्टम बिजली नहीं बना रहा होगा तब भी।
यदि आप लंबी बिजली कटौती से छुटकारा पाना चाहते हैं या फिर आपके घर में हमेशा बिजली आती रहें तो आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ही लगवाना चाहिए, जो कि हर समय आपकी बिजली की आपूर्ति को पूरा करता रहे हैं।
हाइब्रिड सोलर सिस्टम
यह सोलर सिस्टम ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम और ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम दोनों की विशेषताओं के साथ आता है यह सिस्टम सरकारी ग्रिड से जुड़ा हुआ होता है और इसमे बैटरी लगी होती है जिसकी मदद से आप बिजली को स्टोर करके भी रख सकते हैं।
इसमें आपको सोलर पैनल के साथ सोलर इनवर्टर बैटरी और सोलर स्टैंड की भी आवश्यकता होती है। इसके द्वारा बनाई जाने वाली पूरी बिजली बैटरी में स्टोर के रूप में जमा हो जाती है और जब बैटरी पूरी तरह से चार्ज हो जाती है तो वह सिस्टम ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की तरह कार्य करने लगता है।
ये भी पढ़े:
सोलर सिस्टम घर के लिये कैसे लगवाये?
सौर सिस्टम मतलब की घर के लिए सोलर पैनल लगाने के बाद आपको बिजली के जाने आने से कोई समस्या नहीं होगी। इसे लगने के बाद आपको बिजली का कनेक्शन करवाने की भी कोई आवश्यकता नहीं होती है।
सोलर पैनल या सोलर सिस्टम लगाने के लिए आपको निचे दिए गए चरणों को फॉलो करना होंगे:-
- सबसे पहले हमने बताये हुए सोलर उत्पादक कंपनियों में से किसी एक को समपर्क करे।
- आपको कौनसा पैनल लगवाना है इसका चुनाव करें।
- तकनीकी और व्यवहार्यता अध्ययन ज़रूर करे ताकि आपको सोलर पैनल का इस्तेमाल करना आजाये।
- अपने बजट की गणना ज़रूर करे उसके हिसाब से पैनल का चुनाव करें।
- सोलर पैनल में आनेवाली सुविधा, डिजाइन, परमिट और अनुदान की जांच ज़रूर करे।
- आप जिस जगह सोलर पैनल लगा रहे उस जगह की जांच ज़रूर करे। ( जहा ज्यादा सूरज की रोशनी पड़ती हो)
- पैनल और कनवर्टर की स्थापना अच्छे कारीगर से करवाए।
घरेलू सोलर सिस्टम में उपयोगी घटक
घरेलू सोलर सिस्टम लगवाने के लिए आपको इस सिस्टम में कई सारे उपयोगी घटक जोड़ने होते हैं जिसके बाद एक पूरा सिस्टम तैयार किया जाता है जोकि बिजली बनाने से लेकर उसके स्टोरेज करने तक के पूरे पार्ट्स होते है-
सोलर पैनल
सोलर सिस्टम लगवाने के लिए आपको सबसे पहले सोलर पैनल खरीदने होंगे जो कि इस सिस्टम का सबसे उपयोगी घटक है क्योंकि इन्हीं सोलर पैनल की मदद से सोलर सिस्टम बिजली बनाता है और आपकी बैटरी चार्ज करता है मार्केट में आपको कई प्रकार के सोलर पैनल मिल जाएंगे जो कि आप अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीद सकते हैं।
इन्वर्टर या सोलर चार्ज कंट्रोलर
आपके सोलर सिस्टम का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण भाग है क्योंकि इसके बिना आपकी सोलर पैनल डायरेक्ट बिजली उत्पन्न नहीं कर सकती यह सूर्य की ऊर्जा को सोलर पैनल की माध्यम से बिजली में कन्वर्ट करने का कार्य करता है मार्केट में इनवर्टर भी आपको कई प्रकार के मिल जाएंगे जिनको आप अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीद सकते हैं।
रिचार्जेबल बैटरी
Solar Panel का सबसे महत्वपूर्ण भाग रिचार्जेबल बैटरी है क्योंकि इसके बिना आप सिर्फ उस समय बिजली का उपयोग कर सकते हैं जब आप का सोलर पैनल बिजली बना रहा हो परंतु यदि आपके पास रिचार्जेबल बैटरी है तो सोलर पैनल बिजली बना कर बैटरी में स्टोर कर देगा जो कि आपको किसी भी समय उपयोग करने के लिए सुरक्षित रहेगी बैटरी भी आपको कई प्रकार की मिल जाएंगी जिनको आप अपनी खपत और आवश्यकता के अनुसार ले सकते हैं।
सोलर पैनल स्टैंड
सोलर सिस्टम का अगला महत्वपूर्ण घटक सोलर पैनल स्टैंड है क्योंकि सोलर स्टैंड सोलर पैनल को सुरक्षित रखता है और जल्दी खराब होने से बचाता है जिससे Solar Panel उम्र कई सालों तक बढ़ जाती है इसकी मदद से आप अपने सोलर पैनल को किसी की खुली जगह पर सेट कर सकते हैं।
घर का लोड चलाने के लिए कितने सोलर पैनल चाहिए
इसके लिए आप अपने घर में होने वाली बिजली की खपत के अनुसार सोलर पैनल ले सकते हैं अपने घर में होने वाली बिजली की खपत को जानने के लिए आपको चेक करना होगा कि आपके घर में कितने ऐसे उपकरण जो बिजली के द्वारा चलाए जाते हैं या फिर कहें कि आपके पास ऐसे कितने उपकरण हैं जो आप एक समय पर उपयोग करते हैं।
आप अपने घर में होने वाली बिजली की खपत को पिछले छह या एक साल के यूनिट का अभ्यास करके के भी निर्धारित कर सकते है।
आपके घर के कितने बल्ब, पंखे, कूलर, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर एक साथ उपयोग करने पर जितना लोड होता है आप उतने वाट से अधिक बिजली बनाने वाला सोलर पैनल ही ले ताकि आपको भविष्य में किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
किसी भी घर के उपयोग के लिए 3 किलोवाट (3Kw) का सोलर पैनल पर्याप्त होता है आप इससे कम 2 किलोवाट (2Kw) का भी सोलर पैनल ले सकते हैं।
सोलर सिस्टम के फायदे
सोलर सिस्टम लगवाने के कई सारे फायदे होते हैं जिनमे से कुछ फायदे निम्नलिखित दिए गए हैं-
- सोलर पैनल का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इसमें आपको किसी भी तरह का बिजली का बिल नहीं देना होता है यह सिर्फ एक बार इन्वेस्टमेंट करके सेट कर सकते हैं और आप कई साल तक आप बिजली के बिल से फ्री हो जाएंगे।
- सोलर पैनल का दूसरा फायदा यह है कि इससे आप 24 घंटे बिजली प्राप्त कर सकेंगे जिसमे कोई भी कटौती नहीं होगी।
- सोलर पैनल का अगला फायदा यह है कि इससे किसी भी तरह का कोई प्रदूषण नहीं करता है यह पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होता है।
- सोलर पैनल में आपको मेंटेनेंस के तौर पर ना के बराबर खर्चा करना होता है।
- इसमें आप जितना चाहे उतना बिजली का उपयोग कर सकते हैं आपको किसी भी तरह के बिल देने की आवश्यकता नहीं होती है।
ये भी पढ़े:
आज आपने क्या सीखा
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको सोलर पैनल के बारे में विस्तार से जानकारी दी है जिसके बाद आपको पता चल गया होगा की सोलर सिस्टम घर के लिये कैसे लगवाये? और इसमें कितना खर्चा आता है इससे आप बिजली से संबंधित बहुत सारी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।
इसके अलावा सोलर पैनल बिजली खपत की कीमत को भी कम करता है जोकि आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होता है यदि आपको सोलर पैनल से संबंधित यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वह भी सोलर पैनल के फायदे के फायदे ले सके।
मैं आशा करता हूँ आपको हमारे इस लेख से काफी सारी मदत मिल गई होंगी। आप ऐसे ही और सोलर सिस्टम और सबसे अच्छे सोलर पैनल के बारे में जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर आ सकते है, धन्यवाद जय हिन्द।