Sefety Lamp का अविष्कार किसने किया था? | Sefety Lamp Ka Avishkar Kisne Kiya

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दोस्तों जब से हम इंसानों ने धरती पर जन्म लिया तब से हम अपना जरूरतों और साधनों को पूरा करने के लिए अविष्कार पर अविष्कार करते आ रहे हैं, फिर चाहे वो पिईयो का हो या मोबाइल का अविष्कार हो

 

जब माइकल फैराडे ने विद्युत की खोज की तब थॉमस अल्वा एडिसन द्वारा खोज की गई विद्युत से चलने वाली बल्ब कि आई क्रांति में दिन और रात काम करने का नजरिया ही बदल दिया।

 

लेकिन जब विद्युत और बल की खोज नहीं हुई थी तब के लोग रोशनी के लिए लैंप का इस्तेमाल करते थे लेकिन जब लोगों को कोयले की खान के बारे में पता चला और कोयले के इस्तेमाल के बारे में पता चला तो लोगों ने कोयले का खनन करना शुरू कर दिया।

 

धीरे-धीरे लोग कोयला निकालने के लिए अधिक से अधिक गहराइयों तक गड्ढा करके सुरंग बनाने लगे लेकिन सुरंग में तो किसी भी प्रकार से सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पाती थी तब लोग मोमबत्तियां लैंप का इस्तेमाल करने लगे लेकिन खुली मोमबत्ती के इस्तेमाल से कोयले में आग लग जाती थी या फिर वह हवा में बुझ जाती थी।

 

इस समस्या का हल खोजने के लिए एक वैज्ञानिक ने Sefety Lamp का इजाद किया और सेफ्टी लैंप के इस्तेमाल करने के पीछे और भी कई सारी वजह थी, तो आइए आज के इस पूरे लेख में हम जानेगे की  Safety lamp ka avishkar kisne kiya? और सेफ्टी लैंप का आविष्कार करने के पीछे की असली वजह क्या थी? अगर आप यह जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारी इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें!

 

 

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Sefety Lamp का अविष्कार किसने किया?

 

Sefety Lamp का आविष्कार  सर हम्फ्री डेवी (Sir Humphry Davy) जी ने 1816 ईसवी में ब्रिटेन के एक शहर में किया था।

 

सर हम्फ्री डेवी 1816 ईसवी में सेफ्टी लैंप का आविष्कार कोयले की खदानों के अंदर सुरक्षित रूप से रोशनी पहुंचाने के लिए किया था ताकि अंदर काम करने वाले वर्कर रोशनी में देख कर काम कर सके क्योंकि तब किसी तरह के बिजली और बल्ब का अविष्कार नहीं हुआ था।

 

हालांकि उस वक्त और भी कई तरह के लैंप हुआ करते थे लेकिन खला खदानों के अंदर इस्तेमाल में लाए जाने वाले अलग प्रकार के लैंप होते होते हैं, मगर इस sefety Lamp की खोज के लिए यह कारन मुख्या रूप से देखने मिलता है।

 

तो चलिए हम आपको बताते हैं कि सेफ्टी लैंप का आविष्कार किन वजहों से किया गया था क्या वहां पर आम लैंप का इस्तेमाल करना सुरक्षित था या नहीं!

 

 

 

Sefety Lamp का अविष्कार क्यों किया गया था?

 

वैसे दोस्तों जब सेफ्टी लैंप का इजाद किया गया था उस वक़्त आम तौर पर आधुनिक शहरी करन और आधुनिक लोग हुआ करते थे। 

 

 उस वक्त भी लोग अपने आलीशान घरों और महलों के लिए हवा और अंधेरे से से बचने के लिए अलग-अलग प्रकार के लैंप इस्तेमाल करते थे।

 

लेकिन उस तरह के लैंप खरीदना आम लोगो के लिए आसान नहीं था। और साथ बात करे खदान जैसे गहरे जगह के काम की तो क्योंकि जब भी खनिज खनान या किसी काम के लिए खदान में धरती के अधिक गहराई तक गड्ढा किया जाता था तब धरती से विभिन्न प्रकार के ज्वलनशील वायु निकल ती थी। 

 

ऐसी स्थिति में अगर उस जगह किसी भी तरह की आग, खुली मशाल या खुली लैंप की वजह से ज्वलनशील वायु आग को चपेट में लेकर उस जगह के कोयले को पूरी तरह से जला देती थी। ऐसी घटनाओ से वित्त हानि और जीवित हानि बहोत ज्यादा पैमाने में हुआ करती थी।

 

इसी वजह से सेफ्टी लैंप को सेफ्टी यह शब्द देकर इस Sefety Lamp की खोज की गई। 

 

 

 

Sefety Lamp का इतिहास 

 

साल 1816 ईस्वी में ब्रिटेन के रहने वाले सर हम्फ्री डेवी जी ने एक ऐसे लैंप को बनाया जो कोयले की खदानों के अंदर रोशनी दे सके और उन खदानों से निकलने वाले ज्वलनशील गैस की वजह से आग भी ना पकड़े। 

 

हालांकि अगर लोग चाहते तो मामूली से लैंप को पूरी तरह से सील पैक कर सकते थे लेकिन जैसा कि हमने देखा है कि किसी भी आग को जलते रहने के लिए हवा की भी जरूरत पड़ती है अगर उसे पूरी तरह से पैक कर दिया जाए तो वह आग बुझ जाती है।

 

इसलिए एक ऐसे लैंप को बनाना जरूरी हो गया था जो पूरी तरह से Seal Pack  भी ना हो और उसके अंदर हवा  भी आ जा सके लेकिन उससे किसी भी तरह की ज्वलनशील गैस का कोई भी प्रभाव ना पड़े इसलिए कई तरह के रिसर्च करने के बाद इस सेफ्टी लैंप को बनाया गया।

 

साल 1900 ईस्वी में पहली बार इलेक्ट्रिक लैंप के इस्तेमाल से खदानों के अंदर तक रोशनी पहुंचाने का काम किया गया और इस तरह के लैंप को खदानों के चारों ओर इस तरह से सुरक्षित लगाया गया जो पूरे समय तक रोशनी देते रहे हालांकि उसे पूरी तरह से सील पैक लगाया गया क्योंकि विद्युत से निकलने वाले चिंगारी से भी ज्वलनशील गैस की वजह से आसानी से आग पकड़ सकती थी।

 

 साल 1913 ईस्वी में थॉमस अल्वा एडिसन ने एक ऐसे लैंप का आविष्कार किया जो बैटरी से चलती थी और वह काफी हल्की भी थी और इस तरह के नाम को खदानों में काम करने वाले मजदूरों के हेलमेट पर लगाया जाता था।

 

वही साल 1916 ईसवी तक अमेरिका में इस तरह के पूरे 70000 सेफ्टी लैंप बनाए गए थे।

 

 

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समापन 

 

तो दोस्तों मैं उम्मीद करता हूं कि आपको Sefety Lamp ka avishkar kisne kiya लेख से जुड़े सभी सवालों के जवाब हमारे इस लेख से मिल गए होंगे हमने पूरी कोशिश की है कि हम अपने आसान शब्दों में आपको सेफ्टी लैंप से जुड़ी सभी बातों को समझा सके। 

 

वैसे तो आपको बड़ी आसानी से या पता चल जाएगा कि सेफ्टी लैंप का आविष्कारक कौन है लेकिन हमने  Safety lamp ka avishkar kisne kiya और Sefety Lamp का आविष्कार क्यों किया गया और सेफ्टी लैंप का इतिहास जैसे सभी सवालों के जवाब पूरी विस्तार से बताया है।

 

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तो मैं आपसे मिलता हूं ऐसे ही किसी और नए लेख में तब तक के लिए धन्यवाद। 

 

जय हिन्द जय भारत

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