Mobile ka aviskar kisne kiya? मोबाइल फोन का अविष्कार किसने किया? मोबाइल फोन का इतिहास क्या होगा?या फिर दुनिया मोबाइल कब आया था? इस तरह के काफी सारे सवाल अक्सर लोगो के बीच का एक चर्चा का विषय रहा है और रहेंगे क्यों नहीं क्यूकी आज के समय में यानि के 2023 और आने वाले दशक में दुनिया में मोबाइल फोन इंसान की एक ज़रूरत की चीज़ बन चुकी है।
शुरवाती दौर में मोबाइल फोन का इस्तेमाल सिर्फ बाते करने के लिए किया जाता था या फिर थोड़ा बहोत सन्देश भेजने के लिए मगर आज के समय में मोबाइल फोन एक जगह से दूसरी जगह बात करने का जरिया ही नहीं बल्कि हम जो काम पहले बड़े-बड़े लैपटॉप, कंप्यूटर, मशीन से करते थे उस तरह के हर एक काम आज हम मोबाइल फोन से कर पा रहे है।
मोबाइल फोन का विकास हमें शुरवाती दौर में बेहद धीमा देेखने मिला था मगर २००० इस दशक के बाद मोबाइल फोन में हमें काफी जलद विकास देखने मिला है।
जब हम पुराने ज़माने में एक बड़ा सा वजन दार मोबाइल फोन को हात में पकड़ कर सिर्फ बात करने के लिए करते थे आज उसे Smartphone के अवतार में एक पतले से उपकरण से बस ऊँगली का स्पर्श करके तरह बड़े से बड़े काम बस कुछ पल में ही कर लेते है। आज हम काम 500 Rs. से लेकर दुनिया के सबसे महंगे मोबाइल फोन्स भी देखने मिलते है।
Mobile Phone से Smartphone बनाने के कार्यकाल में मोबाइल में काफी सारे अच्छे और ख़राब अविष्कार देखने मिले है जो की आज के Smartphone को पुराने Mobile फोन से काफी अलग बनता है।
तो चलिए दोस्तों आज हम आपको मोबाइल फ़ोन्स के इतिहास से लेकर Mobile ka aviskar kisne kiya? सारी बताने जा रहे है जिसका आपको काफी हद तक मदत मिलने वाली है बस आप हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहे।
मोबाइल फोन का आविष्कार कब और किसने किया? (Mobile Phone ka Avishkar kisne kiya?)
मोबाइल फ़ोन, विशेष रूप से स्मार्टफोन जो की आज हमारे जिंदंगी का एक अहम् हिस्सा बन चूका है जो की आज के नए युग में हमें बेहद काम आता है।
बात करे मोबाइल के शुरवाती दौर की तो मोबाइल का दौर काफी पुराण नहीं बल्कि १९ वे सदी के आसपास का ही है। साल १९७३ जोकि मोबाइल फोन के अविष्कार में एक बेहद बड़ा साल सबिद हुआ है।
दुनिया के पहले मोबाइल फ़ोन का निर्माण Martin Cooper नमक एक अमेरिकन इंजिनियर द्वारा किया गया था। जोकि उन्होंने दुनिया का सबसे पहला मोबाइल फ़ोन ३ अप्रैल १९७३ इस साल दुनिया के सामने पेश किया था। यह दिन मार्टिन कूपर और उनके टीम के लिए और दुनिया के लिए भी विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जाता है।
मार्टिन कूपर द्वारा बनाया गया यह दुनिया का पहला मोबाइल फ़ोन था जिसे सार्जनिक तौर पर आम लोगो के लिए बनाया गया था क्यूकी इसके पहले भी हमें काफी फ़ोन देखने मिलते है जोकि Radio Phone और Car Phone के नाम से जाते थे मगर इन फ़ोन्स का इस्तेमाल फौज के लिए ही किया जाता था।
Martin Cooper ने मैनहेटन ( न्यू यॉर्क – अमेरिका) स्थित अपने ऑफिस से न्यू जर्सी ( न्यू यॉर्क- अमेरिका) में बेल लैब्स के मुख्यालय में दुनिया के सबसे पहले हैंड हेल्ड मोबाइल फ़ोन से कॉल किया था।
मार्टिन कूपर ने दुनिया के इस पहले मोबाइल फ़ोन को आज की जग प्रसिद्द मोबाइल कंपनी Motorola के साथ मिलकर बनाया था जिसका नाम Dyna TAC 8000x रखा गया था। बाद में वे Motorola कंपनी के मुख्या कार्यकारी अधिकारी (CEO) भी बने थे।
मार्टिन कूपर को दुनिया के पहले मोबाइल फ़ोन के निर्माण के कारन साल २०१३ में संचार के क्षत्र में किये गए विलक्षण खोज के कारन Marconi Award से भी नवाजा गया था।
मार्टिन कूपर कौन थे?
मार्टिन कूपर का जन्म 26 दिसंबर साल 1918 में शिकाओ, इलिनोइस, यूनाइटेड स्टेट में हुआ था। मार्टिन कूपर पेशे से एक अमरिकन इंजीनियर थे जिन्होंने साल 1972-1973 दुनिया का पहला मोबाइल फोन और पहला सेल फोन बनाया. उन्हें व्यापक रूप से सेलुलर फोन का पिता माना जाता है।
मार्टिन कूपर ने साल 1950 Illinois Institute Of Technology ( IIT ) से शिकागो में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पदवी हासिल की थी। मार्टिन साल 1954 में टेलेटाइप नमक कॉर्पोरेशन में शामिल हुए थे जिसके बाद साल 1954 में उन्होंने मोटोरोला में काम करना शुरू किया.
साल 1957 में Illinois Institute Of Technology ( IIT ) से मार्टिन कूपर ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर की उपाधि प्राप्त की.
मोटोरोला में, कूपर ने वायरलेस संचार से जुड़ी कई परियोजनाओं पर काम किया था, जैसे कि पहला रेडियो-नियंत्रित ट्रैफिक-लाइट सिस्टम, जिसे उन्होंने 1960 में पेटेंट कराया था, और पहला हैंडहेल्ड पुलिस रेडियो, जिसे साल 1967 में पेश किया गया था . बाद में उन्होंने कंपनी के लिए अनुसंधान और विकास (साल 1978 – 83) के उपाध्यक्ष और निदेशक के रूप में कार्य किया.
भारत में पहला मोबाइल फोन कब आया था?
भारत की मोबाइल क्रांति 22 साल पहले एक प्रतीकात्मक कॉल के साथ शुरू हुई थी। तब से, भारत ग्राहकों द्वारा दुनिया के दूसरे सबसे बड़े दूरसंचार बाजार के रूप में उभरा है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा है। और बात करे आज २०२१ की तो दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल फ़ोन और इंटरनेट का इस्तेमाल भी भारत में ही किया जाता है।
बात करे भारत में सबसे पहले मोबाइल फ़ोन और की जाने वाली कलिंग की तो 31 जुलाई, 1995 को तत्कालीन पश्चिम बंगाल के सीएम ज्योति बसु ने तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री सुख राम को पहला मोबाइल कॉल किया था।
बात करे भारत के पहले Cellular Service की तो उस वक़्त के भारत के सबसे बड़े बिज़नेस मैन भूपेंद्र कुमार मोदी ने ऑस्ट्रेलिआ के टेलीकम्युनिकेशन कंपनी Telstra के साथ मिलकर भारत की सबसे पहली Cellular Service (Modi Telstra) की शुरवात की थी।
और बात करे भारत के पहले मोबाइल फ़ोन की जिसका इस्तेमाल करके भारत में सबसे पहली कॉल Nokia के ही किसी हैंडसेट से की गई थी और तब से ही Nokia और भारत का एक अनोखा की रिश्ता जुड़ गया था। आज भी लोग Nokia का मोबाइल फ़ोन अपने यादो को ताज़ा करने के लिए इस्तेमाल करते है।
दुनिया का सबसे पहला मोबाइल फ़ोन कोनसा था?
Motorola Dyna TAC 8000x जो की दुनिया का सबसे पहला मोबाइल फ़ोन के नाम से जाना जाता है, जिसे अमेरिकन वैज्ञानिक और इंजीनियर मार्टिन कूपर की और से बनाया था।
बात करे Motorola Dyna TAC 8000x की यह दिखने में एक बड़े इट के अकार का बड़ा सा फ़ोन दीखता था जिसमे हमें कोई डिस्प्ले देखते नहीं मिलता था। इस मोबाइल फ़ोन की खोज में Motorola ने 100 Million Doller का इन्वेस्टमेंट की थी।
Motorola का यह फ़ोन १९७३ हमें सिर्फ एक शोकेस की तौर पर दिखाया गया था क्यूकी इसके अलग अलग तरह के Test और बहोत से गलतियों को ठीक करने के बाद यह मोबाइल फ़ोन ६ मार्च १९८३ में सार्वजनिक तौर पे लोगो के इस्तेमाल के लिए बाजार में लाया गया था।
बात करे इस मोबाइल के स्पेसिफिकेशन की इस फ़ोन में लघबघ ६ घंटे की बैटरी देखने मिलती थी यानि की यह मोबाइल फ़ोन एक चार्ज पर ६ घंटे चलता था, और टॉक टाइम ३० मिनट का देखने मिलता था।
मोबाइल के बैटरी को चार्ज करने के लोए लग लग १० घण्टे लगते थे जोकि आजा के हिसाब से बहोत ज्यादा है। Motorola के इस मोबाइल का वजन करीब करीब ७९० ग्राम था जिसके वजह से स्मार्टफोन को एक बड़े ईटी की मिसाल भी दी जाती थी।
मोबाइल के ऊपर एक बड़ा सा एंटीना दिया गया था जिसकी मदत से मोबाइल फ़ोन से वायरलेस तरीके से बात की जाती थी।
बात करे Motorola Dyna 8000x के कीमत की तो इस मोबाइल फ़ोन की कीमत कंपनी ने $ 3000 राखी थी जो की एक कार के कीमत के बराबर की मणि जाती थी।
मोबाइल फोन से स्मार्टफोन बनाने तक का सफर
दुनिया में मोबाइल फ़ोन के विकास का सफर बेहद ही बेचिदा रहा है जहा हम शुरवाती दौर में मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल सिर्फ कॉल और टेक्स्ट मेसेज के लिए करते थे वही आज हम मोबाइल फ़ोन जिसे हम Smartphone भी कहते है उसका इस्तेमाल तरह तरह के कामो के लिए करते है।
तो चलिए दोस्तों देखते है १.२ किलो ग्राम के एक बड़े से मोबाइल से लेकर १०० ग्राम के पतले स्मार्टफोन का सफर किस तरह का रहा:-
१० मार्च १८७६ में अलेक्साड़र ग्रहण बेल वह नाम जिन्होंने ने टेलीफ़ोन का अविष्कार करके दुनिया में आज के मोबाइल फ़ोन के क्रांति की जेड पिरोई।
दुनिया के पहले मोबाइल फ़ोन का निर्माण मार्टिन कूपर (Martin Cooper) नमक एक अमेरिकन इंजिनियर द्वारा किया गया था। जिसे उन्होंने ३ अप्रैल १९७३ इस साल दुनिया के सामने पेश किया था। यह दिन मार्टिन कूपर और उनके टीम के लिए और दुनिया के लिए भी विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जाता है।
Motorola ने अपने दुनिये के सबसे पहले मोबाइल के खोज के दस साल बाद Motorola TAC 918-00X नमक मोबाइल बाजार में उतरा था, जोकि वास्तविक तौर पे दुनिया का पहला पोर्टेबल फ़ोन था?
दोस्तों साल १९९३ इस साल IBM ने अपना पहला मोबाइल फ़ोन बाजार में उतरा था जिसका नाम Simon रखा गया था। इस मोबाइल फ़ोन को दुनिया का पहला Smartphone भी कहा जाता था क्योकि यह एक टच स्क्रीन मोबाइल था जिसमे FAX मशीन, PDA, कैलेंडर, अड्रेस बुक, गेम्स, E-Mail सेवा इस तरह के काफी फीचर्स देखने मिलते थे।
साल 1979 में Nokia ने भी IBM के Simon के प्रति स्पर्धा में अपना Smartphone Nokia 9000 Communicator को बाजार में उतरा था जोकि दुनिया भर में काफी ज्यादा मशहूर हो गया था। Nokia ९००० इस मोबाइल फ़ोन में हमें Computer की तरह कीबोर्ड बटन देखने मिलता था जिसे लोग Mini-Computer भी कहते थे।
वर्ष १९९६ में Motorola ने अपना Star TAC मोबाइल को बाजार में उतारा था जोकि दुनिया का पहला फोल्डेबल मोबाइल फ़ोन था जिसे साधारण वर्ग के लोगो के लिए बनाया गया था।
साल २००० में J-SH04 यह मोबाइल फ़ोन शार्प कॉर्पोरेशन द्वारा बनाया गया मोबाइल फोन था और इसे J-Phone (SoftBank Mobile) द्वारा जारी किया गया था। यह केवल जापान में उपलब्ध था, और इसे नवंबर 2000 में जारी किया गया था। यह दुनिया का पहला फोन था जिसमें बिल्ट-इन, बैक-फेसिंग कैमरा दिया गया था।
2007 यह साल जिसे मोबाइल फ़ोन में होने वाली सबसे बड़ी क्रांति मानी जाती है क्यूकी इस साल Apple कंपनी के निर्माता स्टीव जॉब ने दुनिया का सबसे पहला i Phone बाजार में उतारा था और इसी वक़्त से मोबाइल फ़ोन का नया दौर शुरू होगया था।
साल 2008 में दुनिया भर में मोबाइल फ़ोन्स को नया रूप देने के लिए और सर्व साधारण लोगो तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ाने के Google ने अपने नए मोबाइल फ़ोन पर चलने वाले Android Operating System को बनाया और दुनिया का सबसे पहला Android Smartphone HTC की और से बनाया गया था जिसका नाम HTC Dream रखा गया था।
मोबाइल फ़ोन के प्रकार
बेसिक फ़ोन | Basic Phone
Basic Phone
इस प्रकार के मोबाइल फोन्स हमें ₹500-₹1000 के कीमत पर देखने मिल जाते है। इस तरह के फ़ोन कालिंग, टेक्स्ट मेसेज और थोड़े बहोत म्यूजिक सिस्टम जैसे फीचर्स को सपोर्ट करता है जिसका इस्तेमाल ऐसे ही साधारण कामो के लिए किया जाता है। इस प्रकार के फ़ोन हमें Nokia, Samsung, Micromax Etc. के और से देखने मिलते है।
फीचर फ़ोन | Feature Phone
Feature Phone
मोबाइल फ़ोन के प्रकार में दूसरे पायदान पर आते है फीचर फ़ोन ये वही फोन्स है जिसमे हमें पुराने Nokia और Samsung के Keypad के फ़ोन देखने मिलते थे जिनकी कीमत ₹1000-₹2000 के बिच की होती है। इसका सबसे अच्छा उदारहण Jio Phone जो की एक फीचर फ़ोन है और Smartphone के बहोत से काम कर लेता है।
स्मार्टफोन | Smartphone
Smartphone
बात करे इस प्रकार के मोबाइल फ़ोन की तो आज भारत और पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा स्मार्टफोन का ही इस्तेमाल किया जाता है। Smartphone में वह हर तरह के काम हम कर सकते है जैसे Laptop या Computer में करते है।
इस तरह के मोबाइल काफी विकिसित स्वरुप के होते जिसमे हमें तगड़ा कैमरा, ५ से लेकर ७ इंच तक का बड़ा डिस्प्ले अच्छा प्रोसेसर, अच्छी ऑपरेटिंग सिस्टम, और भी बाहत से फीचर्स हमें स्मार्टफोन में देखने मिलते है। आज के दौर में कोई भी स्मार्टफोन हमें ₹4000 से लेकर १ लाख के ऊपर के कीमत पर भी देखने मिलते है।
2023 में मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की संख्या किन देशो में सबसे अधिक है?
तो दोस्तों आपको अब समझ गया होंगे की Mobile ka Aviskar kisne kiya | मोबाइल का अविष्कार किसने किया? और किस तरह मोबाइल फ़ोन में हमें सालो से तरह तरह के बदलाव देखने मिले है।
मोबाइल के क्रांति के दौर में जब हमें एक ही तरह की बेसिक ऑपरेटिंग सिस्टम देखने मिलती थी वही आज हमें Android, IOS, Windows ऐसे अलग अलग तरह के OS देखने मिलती है।
आने वाले भविष्य में हमें मोबाइल फ़ोन में काफी ज्यादा विकास देखने मिलने वाला है और इसी मोबाइल फ़ोन के विकास और क्रांति की वजह से हमारे काम भी उतने जल्द और आसान होने वाले है।
मुझे उम्मीद है की आपको हमारा यह आर्टिकल ज़रूर पसदं आया होगा। इस आर्टिकल से संबधित आपका कोई सुझाव या सवाल होतो कमेंट करके ज़रूर बताना शुक्रिया, जय हिन्द।
3 thoughts on “Mobile का अविष्कार किसने किया था? | Mobile ka Avishkar Kisne Kiya?”
Nice post. mobile ne internet ke kshetra me kranti ladi
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Thank You For Reading My Article.
Excellent topic