5G Technology Explained in hindi, 5G in India ?? / 5G तकनीक क्या है और इंडिया में कब तक आएंगी?

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 हम अपने Mobile, Laptop ,Computers या फिर जितने भी IOT base devices है उन्हें हमारे mobile network से या फिर Wi-Fi network से connect करते है . मगर सवाल ये आता है की यह नेटवर्क को एक जगह से दूसरे जगह ओउर दूर दूर तक कैसे पोहचाया जाता है . तो इसका आसान सा जवाब ये है कि हमारा network एक wireless connection से जुड़ा हुआ राहता है और यह नेटवर्क हमे एक प्रकार के waves के जरिये मिलता है जिसे हम Electro Magnetic Spectrum कहते है .और अलग अलग जगह और अलग नेटवर्क Tower के लिए हमे अलग अलग Frequency (Hertz)  के Spectrum  देखने मिल जाते है। 

 

मगर यह बात करे mobile network के बारे मे 1G में तो यह Analog radio frequency पे चलता था  . अगर बात करे 2G तो हमे यह 30-200KHz तक के bandwidth का उपयोग किया जाता था और ऐसे ही 3G(15-20MHz), 4G( max 650-700 MHz) के बीच चला है. आगे जैसे जैसे bandwidth Frequency बढ़ती जाएगी  उस तरीकेसे इन रेडियो frequency की wavelength कम होते जएगी और हमे जादा से जादा स्पीड मिलेंगी। 

 

Type of 5G spectrum bands/ 5G नेटवर्क के प्रकार 

 

अब बात करे 5G की तो 4G के मुकाबले 5G Broadband network frequency  में हमे(1GHz -30GHz ) के बीच मे आता है. अगर हम इसके spectrum के बारे बात करे तो यह एक wide spectrum है और इसे 3 band में बाटा गया है जिसमे आता है Low Band ,Mid Band, High Band  ये सारे band अलग spectrum Frequency पे चलते है. और हर band के हिसाब से हमे उस तरह की सेवाएं देखने मिलेंगी। 

 

Low Band 5G– यह band  650MHz-1GHz तक के spectrum पर चलेगा और इस band की Coverage हमे बहोत अच्छी मिलेंगी और यह band लगबग 4G band जैसा ही रहेंगा .हम इस band को 4G का upgrade भी कह सकते है. और 4G की तरह हमे 100 Mbps तक कि speed मिलेंगी. मगर जो सही मायने में जिसे हम 5G कहते है वो यह हमें देखने नही मिलेंगा। 

 

Mid Band 5G – यह band 1GHz-6GHz के spectrum पर चलेगा . यह band low band our high band के बीच का band देखने मिलेंगा  जो कि दोनों band से जादा इसका उपयोग किया जाएगा.इस band में हमे कमाल की स्पीड मिलने वाली है जिसे हम Real 5G कह सकते है मगर अगर इसके Network की बात करे तो जिस तरह का coverage हमे 4G और low band 5G में देखने मिला था उस तरह का coverage इस Mid band में देखने नही मिलेंगा . इसके लिए हमे जगोजगह towers लगाने पड़ेंगे। 

 

High Band 5G– इस band में हमे 24GHz-47GHz तक की स्पीड मिलेंगी जो कि बहोत बहोत जादा है लक़ीन इस band में भी हमे Network area है वो बहोत कम देखने मिलेंगा. यही नही अगर Tower और उसपे चलने वाले Devices के बीच थोड़ा भी परेशानी आई तो हमारे Network की स्पीड कम हो सकती है। 

 

इसके लिए हमे जगह जगह पर बहोत काम अंतर पर High band Towers लगाने पड़ेंगे जो की बहोत मुश्किल बात होजाती है.  इस तरह के 5G नेटवर्क का उपयोग करने के लिए हमे इंफ्रास्ट्रक्चर और मजबूत करना होंगा मगर अभी के लिए इस तरह के Miliwaves base spectrum का उपयोग करना possible नही लगता। 

 

5G network in india(Type of 5G spectrum bands/)

 

आने वाले समय मे हमे 5G दो तरह के नेटवर्क पर चलते हुए दिखेंगे जिसे हम Stand Alone Network और Non stand Alone Network . 

Stand Alone Towers :- इस तरह के Network Towers हमे विशेष रूप से 5G network के लिए नयेसे बनाए जाएंगे. जिसपे सिर्फ आसपास के 5G स्मार्टफोन्स ही चलेंगे। 
 
 
Non-Stand alone Towers :-  इस तरह के towers में हमे पुराने 4G बैंड के साथ 5G बैंड भी देखने मिलेंगे यानी कि आसपास के 4G ओर 5G दोनो network के संर्टफ़ोन्स हमे इस तरह के towers पे देखने मिलेंगे.मगर NSA के मुकाबले ज्यादा स्पीड हमे SA Towers में देखने मिलेंगी क्योकि SA Towers 5G के लिए बनाया जाएगा। 
 

इंडिया की बात करे तो इंडिया में हमे आने वाले समय मे mid band 5G band देखने मिलेंगा और अभी जितने भी 5G स्मार्टफोन है उनमे हमे N78 band देखने मिल जाता है जो इंडिया में ही नही बल्कि बाकी देशों ने भी इसी Band का उपयोग 5G स्मार्टफोन में किया जा रहा है जो कि Mid band  5G network को support करता है तो इसलिए आने वाले समय मे हमे इंडिया में mid band 5G देखने मिलेंगा . 

 

आगे चलके  इंडिया में 5G Spectrum के auction होने बाद बहोत ही जल्द हमे इंडिया में 5G देखने मिलेंगा. क्योंकि इंडिया में पहले  ही 4G नेटवर्क अच्छी तरह से फैल गया है ओर NSA (Non-Stand Alone towers) के मदत से 4G network पे 5G नेटवर्क देखने मिलेंगा. 

 

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